सिंघानिया के प्लांट के प्रदूषण से बंजर हुई खेतिहर जमीन, प्लांट सील करने की मांग

उमरिया।।


उमरिया जिले में तिरुपति बिल्ड कॉन नामक कम्पनी के प्रदूषण से इलाके के किसानो का पलायन,कई किसानों ने छोड़ी खेती तो कई ने जमीन बेचकर कर मजबूरी में छोड़ा मैदान,प्रदूषण से बंजर हो रही जमीन से किसानों में भय का माहौल,शिकायत के बाद भी नही हो रही कार्यवाही,ग्रामीणों ने की प्लांट सील करने की मांग*



जिले के  चंदिया के पास बांका गांव में तिरुपति बिल्ड कॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्लांट लगने से मानो किसानो की शामत आ गई है,प्लांट के प्रदूषण से अब तक दर्जनों किसान मैदान यानि खेती करना छोड़ चुके है बल्कि जयपाल जैसे किसानों ने तो हताशा में जमीन ही बेच डाली,हालांकि जमीन छोड़ने से पहले जयपाल ने कंपनी से निकल रहे जहर के खिलाफ हर उस दफ्तर में गुहार लगाई थी जंहा जिम्मेदार अफसर बैठते है लेकिन पीड़ित किसान की व्यथा किसी ने नही सुनी,हताशा में जयपाल ने अपनी जमीन बेच दी और भूमिहीन होकर घर मे बैठ गया।






हम आपको बता दे कि खेतिहर जमीन के बीच सड़क निर्माण के कारोबार से काम की शुरुआत करने वाली तिरुपति बिल्ड कॉन कम्पनी आज ह्यूम पाइप और खम्बे निर्माण के साथ ही सड़क एवं भवन निर्माण से जुड़े कई उत्पादों का कारखाना चला कर इलाके में न सिर्फ जहर घोल रही है बल्कि सैकड़ो एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है बाबजूद इसके अफसर नोटिस और कड़ी कार्यवाही की बात तो करते है लेकिन इस पर रोक लगेगी या नही इसका जबाब उनके पास नही ।

गौरतलब है कि किसी भी खनन कारोबार या उद्योग संचालन के लिए पर्यावरणीय शर्तो को पूरा करना जरूरी होता है ऐसे में जहर उगल रही तिरुपति बिल्ड कॉन कम्पनी को अभयदान क्यो मिला हुआ है समझ से परे है,समय रहते यदि इस पर लगाम नही लगी तो वह दिन दूर नही जब इलाके की खेतिहर जमीन पूरी तरह से बंजर हो जायेगी । 




 


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