जिले में बढ़े माफियाराज के पीछे जावेद कनेक्शन पर उठी उंगलियां
खैरभार गोलीकाण्ड के दस दिन बाद भी नही पकड़े गए मुख्य आरोपी
उमरिया - जिले के खैरभार गांव में बीते १३-१४ दिसंबर की दरम्यानी रात हुई रेत माफियाओं के बीच बंद पड़ी खदान में रेत के अवैध उत्खनन एवं वर्चस्व की लड़ाई मे हुई भीषण गोली बारी में एक की मौत एवं दो लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के आठ दिन बीतने के बाद भी मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ््त से दूर है। ऐसे में पुलिसिया कार्यवाही के साथ साथ जिले में विगत साल भर में माफियाओं के हौसले कैसे बुलंद होते गये यह एक बड़ा सवाल है। जिसको लेकर मंत्री से संत्री तक कटघरे में खड़े दिखाई दे रहे है।
क्या है जावेद कनेक्शन
उमरिया जिले मे सत्ता परिवर्तन के बाद रेत सहित अन्य कारोबारो में डिण्डौरी निवासी जावेद का नाम खुलकर लिया जाने लगा और यहां तक कहा जाने लगा कि बिना जावेद की जिले मे न तो कोई परिंदा पर मार सकता है और न ही किसी अधिकारी की कलम सही को सही और गलत को गलत लिख सकती है। जिले मे रेत एवं जुएं के अवैध व्यापार को खुला संरक्षण देने के मामले में जिले के पालक मंत्री के कथित करीबी जावेद ने भी खूब सुर्खिया बटोरी है। जानकारो की माने तो जिले में रेत का व्यापार तो पुराना रहा है लेकिन अवैध रेत और जुएं के खेल में जावेद के हस्ताक्षेप से कभी चंदिया तो कभी नौरोजाबाद भी माफियाओ के गढ़ बनते गये और शांति का टापू कहे जाने वाला उमरिया में कब माफिया घुसपैठ कर गये किसी को पता नही चला।
जब आधी रात पहुंचे रेत भंडारण में मंत्री
रेत के काले कारोबार में सफेदपोश अपनी हिस्सेदारी तय करने के लिए कभी खुलकर सामने नही आते , लेकिन जिले का एक वाक्या ऐसा भी है जहां गोलीकाण्ड का मुख्य स्थल खैरभार के रेत भण्डारण में आधी रात मंत्री पहुचे और अपनी साख और पहुंच का हवाला देकर रेत कारोबारी से सौदे बाजी की और शर्त न मानने पर भण्डारण बंद कराने की धमकी भी दे डाली।
चार गिरफ्त में, बाकियों की तलाश जारी
खैरभार गोली काण्ड में एक युवक की हत्या एवं दो लोगों को बंदूक की गोली से घायल करने के आरोपी में पुलिस ने अभी तक धर पकड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है एवं घटना को अंजाम देने वाले नीरज त्रिपाठी उर्फ भाई जी , पवन पाठक एवं शशिकांत शुक्ला अभी तक फरार है।
इनका कहना है
खैरभार गोली काण्ड की सभी आरोपियो की तलाश की जा रही है । जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कार्यवाही की जाएगी।
के के पाण्डेय
एसडीओपी उमरिया